
अग्निपथ योजना क्या है? और इसकी शुरुआत कब हुई?
भारत सरकार द्वारा भारतीय सेना में कम अवधि के लिए बहाली की एक नई योजना की शुरुआत की गई , जिसका नाम है अग्निपथ स्कीम (agnipath scheme)। अब अग्निपथ स्कीम (agnipath scheme) के माध्यम से आठवीं, दसवीं व बारहवीं पास युवाओं को सेना के तीनों अंगों थल सेना, जल सेना और नौसेना में अग्निवीर के रूप में 4 साल तक के लिए पेशेवर सैनिक के रूप में सेवा देने का मौका दिया जायेगा । इस योजना के तहत अब केवल भारतीय सेना में ही नहीं, बल्कि एयरफोर्स और इंडियन नेवी में भी भर्ती की नई प्रक्रिया शुरू की जाएगी. हालांकि भर्ती की अबधि चार साल के लिए ही मान्य होगी और 4 साल बाद 75 फीसदी युवाओं को घर भेज दिया जाएगा और सिर्फ 25 फीसदी युवाओं को ही स्थायी भर्ती दी जाएगी. केंद्र सरकार ने 14 जून को अग्निपथ स्कीम की घोषणा की थी.
हमारे देश के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भारत में समय-समय पर तरह-तरह की योजनाएं शुरू की जाती है जिससे कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सके और बेरोजगारी की संख्या कम की जा सके।उन्हीं योजनाओं में से एक है जिसका नाम है अग्निपथ योजना। इस योजना की शुरुआत हमारे भारत देश में सन 2022 में 16 जून को रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी। अग्निपथ योजना उन विशेष योजनाओं में से एक है जिसके अंतर्गत सशस्त्र बलों के तीनों प्रकार के सैनिकों की भर्ती उनकी योग्यता के अनुसार कमीशन अधिकारियों के पद से नीचे की जाएगी। तीनों प्रकार के सैनिकों से तात्पर्य यह है कि जल सेना, थल सेना और वायु सेना इन तीनों ही सेना की भर्ती अग्निपथ योजना के अंतर्गत की जाएगी।
अग्निवीर किसे कहते हैं?
अग्निपथ योजना के अंतर्गत जो भी सैनिक अपनी योग्यता अनुसार चुने जाते हैं या उनकी भर्ती होती है उन सैनिकों को अग्निवीर नाम से पुकारा जाता है। यह नाम उनकी काबिलियत और शोभा को बढ़ाने के लिए दिया गया है। और इस नाम को विशेषतर इस योजना के अंतर्गत भी रखा गया है कि सबको पता चल सके कि यह जो सैनिक है इनकी भर्ती 4 साल के लिए की गई थी और जिसमें से 25% बेहतरीन सैनिकों को हमेशा के लिए परमानेंट नियुक्त कर दिया जाता है और 75% सैनिकों को रिटायर्ड कर दिया जाता है। जिन्हें आगे काम करने के लिए सरकार द्वारा कुछ सहायता राशि भी दी जाती है।जिससे कि सैनिक अपने आगे के भविष्य के लिए अपना नया रोजगार शुरू कर सके और अपने पैरों पर खड़े रहे। यह योजना युवाओं के लिए बहुत ही अच्छी योजनाओं में से एक साबित हो सकती है।
agnipath scheme विवादों से क्यों घिरा रहा?
अग्निपथ योजना शुरू से ही विवादों में इसलिए गिर रहा क्योंकि इस योजना के अंतर्गत मात्र चार सालों के लिए ही युवाओं को काम करने के लिए सेवा में भर्ती किया जाता है। जिससे कि कई युवाओं का यह प्रश्न था कि 4 साल बाद आखिर हम कौन सा काम करेंगे हमारे लिए आगे क्या भविष्य होगा? इसीलिए इस योजना का जमकर विरोध किया गया था।लेकिन फिर इस योजना के अंतर्गत कुछ ऐसे भी बदलाव किए गए थे जिसमें की 75% सैनिकों को ही रिटायर किया जाएगा बाकी 25% सैनिक जिन्होंने अपनी सबसे अच्छी प्रदर्शनी दी है उन्हें हमेशा के लिए नियुक्त कर दिया जाएगा से बहुत सारे युवा संतुष्ट थे,, और साथ ही साथ कई युवाओं का यह भी करना था कि चार दिन या चार साल या जीवन भर के लिए अगर हम एक बार भी सेवा में जाते हैं तो यह हमारे लिए गर्व की बात होगी।
अग्निपथ योजना काफी लंबे समय के बाद एक नई योजनाओं में से एक थी जिसे सैनिकों के लिए शुरू की गई थी और इसे आने में इतना समय इसलिए लग गया था क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से एक तो कोई भी भर्ती नहीं आई थी काफी लंबे समय से,, और जब आई भी तो 17 से 23 साल की युवाओं की ही भारती केवल इस योजना के अंतर्गत हो रही थी। तो कोरोना 17 से 23 साल क्यों उम्र वाले बच्चों की उम्र तो निकल गई क्योंकि कोरोना सन 2019 से लेकर सन 2022 तक के बीच में था तो उसके बाद वह युवा क्या करें जिन्होंने इतने सालों से तैयारी की थी सैनिक भारती के लिए और जब कोई नई योजना आई तो वह उसे योजना के अयोग्य हो गए इसीलिए युवाओं में आक्रोश बहुत अधिक था। इसीलिए सरकार को इस बात पर भी एक बार विचार करना चाहिए था की उम्र में थोड़ी अधिकता की जाए जिसे की जो युवा अपनी उम्र को कोरोना के समय में खाप चुके हैं उन्हें भी आगे मौका दिया जाए और वह भी देश के लिए कुछ कर गुजरने के अपने जज्बे को दिखा सके।
कोरोना कारण से बेरोजगारी चरम सीमा पर हो गई थी क्योंकि काफी समय तक देश में बहुत सारे तबके के लोग ऐसे थे जिन्हें किसी भी प्रकार की नौकरी नहीं मिली और उन्हें अपने घर को चलाने के लिए दो वक्त की रोटी इकट्ठा करने के लिए बहुत अधिक मशक्कत करनी पड़ती थी। तो इसी बेरोजगारी को हटाने के लिए अग्निपथ योजना शुरू की गई लेकिन यह उन युवाओं के लिए अच्छी साबित नहीं हुई जिन्होंने इसके लिए अपना काफी समय गवा दिया था।
agnipath scheme को बढ़ावा किस प्रकार से दिया गया?
अग्निपथ योजना को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार से काम किया गया है जिससे कि युवा और भी अधिक प्रभावित हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत युवा और युवतियां दोनों को ही मौका दिया गया है कि वह सैनिक भर्ती देख सके और इस योजना से जोड़ सकें जिसमें सबसे प्रसिद्ध नाम रवि किशन की बेटी इशिता शुक्ला का नाम आता है जिन्होंने अग्निपथ योजना में अपनी सहभागीदारी थी और उसके लिए चुनी भी गई है। और आज वे एक अग्नि वीर हैं। इनका नाम इसलिए भी प्रसिद्ध था क्योंकि रवि किशन एक भोजपुरी फेमस स्टार है और फिलहाल में भाजपा पार्टी की किस सांसद भी हैं।
agnipath scheme के उद्देश्य क्या है?
दोस्तों अग्निपथ योजना के ऐसे कई सारे उद्देश्य है जिससे कि युवाओं को अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए बहुत अधिक सहायता मिलने वाली है जो कि इस प्रकार से है –
- अग्निपथ योजना के माध्यम से देश में बेरोजगारी की संख्या को घटाया जाना मूल उद्देश्य रखा गया है क्योंकि कोरोना समय में देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गई थी।
- अग्निपथ योजना के माध्यम से भारत देश में कई ऐसे परिवार थे जिन्हें आर्थिक सहायता नहीं मिल पा रही थी जबकि उनके घर में काम करने वाले युवाओं की भरमार पड़ी थी तो इस योजना के माध्यम से सरकार सैनिकों की भारती द्वारा उन युवाओं को रोजगार के अवसर देंगे और उनके परिवार को आर्थिक सहायता देंगे।
- अग्निपथ योजना उन योजनाओं में से एक है जो देश को मजबूत बनाने का काम करती है। और साथ ही साथ हर युवा के मन में देश के प्रति सम्मान और मजबूत इरादे रखती है।
- हालांकि अग्निपथ योजना में युवाओं को कम करने के लिए मात्र 4 साल दिए जाएंगे लेकिन फिर भी 4 साल बाद उन युवाओं को रोजगार करने के लिए नई-नई तरीके भी सिखाए जाएंगे और उन्हें रोजगार के लिए कुछ सहायता राशि भी सरकार की तरफ से दी जाएगी जिससे कि वह अपना कोई नया रोजगार शुरू कर सके जिस काम में वह माहिर है।
- अग्निपथ योजना के माध्यम से युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने का उद्देश्य रखा गया है क्योंकि हरिद्वार यह सोचना चाहेगा कि आखिर वह अपनी जिंदगी में और क्या कर सकता है तो उसे कुछ नया करने का उद्देश्य इस योजना के माध्यम से मिला है जिससे कि वह स्वयं पर गर्व कर सकता है और देश के काम आ सकता है।
- अग्निपथ योजना के अंतर्गत 25% उन युवाओं को परमानेंट भी किया जाएगा जिन्होंने इन चार सालों में अपने काम को बहुत ही अच्छे तरीके से किया है।
agnipath scheme के पात्र कौन हो सकता है
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों की उम्र सीमा कम से कम 17.5 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम उम्र 23 वर्ष होनी चाहिए . साथ ही साथ वह 10वीं का एग्जाम 45 फीसदी अंकों के साथ पास किया हो और इसके अलावा, सभी सब्जेक्ट में कम से कम 33 फीसदी अंक होने चाहिए. आवेदक अगर शाररिक तौर पर मापदंड़ों को पूरा करता है, तो ही वह इस योजना का पात्र होगा .
आवेदन कैसे करें
आवेदक इस योजना के अंतर्गत इंडियन आर्मी के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. यहां आवेदन फॉर्म दिया जाएगा, जिसमें सभी जानकारी भरकर आवेदन को पूरा किया जा सकता है.
सैलरी कितनी होगी
अग्निवीर योजना के अंतर्गत भर्ती होने वाले युवाओं हर महीने 30 हजार रुपये की सैलरी दी जाएगी. इसमें से 9 हजार रुपये कटौती करके सेवा निधि फंड में जमा किया जायेगा . 4 साल की नौकरी के बाद यह पैसा उन्हें वापस कर दिया जाएगा.
अग्निपथ योजना – संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | अग्निपथ भर्ती योजना 2022 |
परीक्षा आयोजक | भारतीय सेना |
भर्ती की संख्या | भारतीय वायु सेना : 3500 भारतीय नौ सेना : 3000 भारतीय थल सेना : 40,000 कुल : 46,500 |
पद | भारतीय वायु सेना अग्निवीर वायु भारतीय नौ सेना अग्निवीर एसएसआर अग्निवीर एमआर भारतीय थल सेना अग्निवीर जनरल ड्यूटी अग्निवीर टेक्निकल (एविएशन/एम्यूनेशन) अग्निवीर क्लर्क/ स्टोरकीपर टेक्निकल अग्निवीर ट्रेड्समैन 10वीं उत्तीर्ण अग्निवीर ट्रेड्समैन 8वीं उत्तीर्ण |
भारतीय थल सेना के लिए अग्निपथ योजना रजिस्ट्रेशन के लिए यहाँ क्लिक करें।
भारतीय नौ सेना के लिए अग्निपथ योजना रजिस्ट्रेशन के लिए यहाँ क्लिक करें।
अग्निवीर वायु भर्ती का विज्ञापन जारी पूरी सूचना यहाँ देखें- Agniveervayu.pdf
तो दोस्तों हमें आशा है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा ऐसी ही और जानकारी को पढ़ने के लिए आप हमारे दूसरे लेख से बने रहें।